सचिन तेंदुलकर एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्हें खेल के इतिहास में सबसे महान बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। यहाँ उनकी पूरी जीवनी दी गई है:
Sachin Tendulkar Early Life (प्रारंभिक जीवन):
24 अप्रैल, 1973 को बॉम्बे (अब मुंबई), महाराष्ट्र, भारत में जन्मे।
पिता: रमेश तेंदुलकर, एक मराठी कवि और शिक्षक।
माँ: रजनी तेंदुलकर, एक कामकाजी पेशेवर।
चार भाई-बहनों में सबसे छोटे।
मुंबई के बांद्रा में एक साधारण अपार्टमेंट में पले-बढ़े।
chin Tendulkar Education and Early Cricket Career (शिक्षा और प्रारंभिक क्रिकेट करियर):
मुंबई के शारदाश्रम विद्यामंदिर स्कूल में पढ़े।
कोच रमाकांत आचरेकर के अंडर में 8 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया।
8 साल की उम्र में स्कूली क्रिकेट में पदार्पण किया, 14 साल की उम्र में शतक बनाया।
15 साल की उम्र में घरेलू क्रिकेट में मुंबई का प्रतिनिधित्व किया।

Sachin Tendulkar Domestic Career (घरेलू करियर):
1988 में मुंबई के लिए प्रथम श्रेणी में पदार्पण किया। घरेलू क्रिकेट में मुंबई, यॉर्कशायर और भारत के लिए खेला।
Sachin Tendulkar International Career (अंतर्राष्ट्रीय करियर):
1989 (पाकिस्तान) में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया।
210 टेस्ट खेले, 15,921 रन बनाए, 1998 में 1000 से ज़्यादा की औसत से 53.06।
464 वनडे खेले, 44.83 की औसत से 18,426 रन बनाए।
1 टी20 मैच खेला, 10 रन बनाए।
Sachin Tendulkar Achievements (उपलब्धियां):
टेस्ट और वनडे में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी।
100 अंतरराष्ट्रीय शतक (51 टेस्ट, 49 वनडे)।
वनडे में 200 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज।
ICC विश्व कप विजेता (2011)।
ICC प्लेयर ऑफ़ द ईयर (2004, 2010)।
विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड (2004, 2011)।
अर्जुन पुरस्कार (1994)।
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (1997)।
पद्म श्री (1999)।
भारत रत्न (2014)।
Sachin Tendulkar Style of Play (खेलने की शैली):
अपनी तकनीकी मजबूती, फुटवर्क और शॉट चयन के लिए जाने जाते हैं।
तेज़ और स्पिन के खिलाफ़ प्रभावशाली खिलाड़ी गेंदबाजी।
बड़े शतक बनाने की असाधारण क्षमता।

Sachin Tendulkar Personal Life (व्यक्तिगत जीवन):
अंजलि तेंदुलकर से शादी (1995)।
दो बच्चे: सारा और अर्जुन (जो भी क्रिकेटर हैं)।
विनम्रता, खेल भावना और परोपकार के लिए जाने जाते हैं।
Sachin Tendulkar Post Retirement (सेवानिवृत्ति के बाद):
2013 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास।
भारतीय संसद (राज्यसभा) के सदस्य बने।
विभिन्न व्यावसायिक उपक्रमों, धर्मार्थ पहलों और क्रिकेट प्रशासन में शामिल।
आत्मकथा “प्लेइंग इट माई वे” (2014) के लेखक।
Sachin Tendulkar Heritage (विरासत):
सभी समय के महानतम क्रिकेटरों में से एक माने जाते हैं। दुनिया भर में क्रिकेटरों और प्रशंसकों की पीढ़ियों को प्रेरित किया। भारतीय राष्ट्रीय गौरव और उपलब्धि का प्रतीक।
सचिन तेंदुलकर का अविश्वसनीय करियर और स्थायी विरासत वैश्विक स्तर पर क्रिकेट को प्रेरित और प्रभावित करती रहती है।